जिन ज़ख्मों को वक़्त भर चला है September 12, 2018 Pathan Jokes जिन ज़ख्मों को वक़्त भर चला है, तुम क्यों उन्हें छेड़े जा रहे हो.... इस कविता में कवि की धर्मपत्नी उन्हें शादी की album दिखा रही है Email ThisBlogThis!Share to TwitterShare to Facebook Share This: Facebook Twitter Google+ Stumble Digg